राजस्थान राज्य सरकार द्वारा डेयरी किसानों को सशक्त बनाना और पशुपालकों की आय में सुधार करने के लिए 2024 में कामधेनु डेयरी योजना शुरू की है । Rajasthan Kamdhenu Dairy Yojana का लक्ष्य राज्य में रोजगार को बढ़ावा देना, डेयरी उद्यमों को सफल बनाना, वित्तीय सहायता प्रदान करना, देशी गायों के पालन को बढ़ावा देना और सरकार द्वारा लोन मुहैया करना है।
कामधेनु डेयरी योजना का मुख्य फोकस स्वदेशी नस्लों, विशेष रूप से देशी गायों के पालन को प्रोत्साहित करना है। ये गायें भारतीय जलवायु के अनुकूलन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और अपने दूध की गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं। यह योजना उन किसानों को पर्याप्त लाभ प्रदान करती है जो अपने देशी गायों के डेयरी फार्मों की स्थापना या विस्तार करना चाहते हैं।
ऋण सहायता और सब्सिडी
कामधेनु डेयरी योजना की कुछ प्रमुख और आकर्षक विशेषताएँ:
- 90% तक ऋण प्राप्त करने की सुविधा
सरकार बैंकों से ऋण प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है । यह लोन स्थापना या विस्तार लागत के एक महत्वपूर्ण हिस्से को कवर करती है। इससे किसानों पर शुरुआती निवेश का बोझ काफी कम हो जाता है।
- समय पर पुनर्भुगतान पर 30% सब्सिडी
जिम्मेदार वित्तीय प्रबंधन के लिए एक प्रमुख प्रोत्साहन ऋण राशि पर दी जाने वाली 30% सब्सिडी है। यह सब्सिडी ऋण के सफल और समय पर पुनर्भुगतान पर प्रदान की जाती है।
कामधेनु डेयरी यूनिट स्थापित करने की अनुमानित लागत
एक कामधेनु डेयरी यूनिट स्थापित करने की अनुमानित लागत लगभग ₹36 लाख है।
- कुल लागत का 30% जो लगभग ₹11 लाख है, सरकार सब्सिडी के द्वारा भुगतान करती है।
- बैंक कुल लागत की 60% राशि, यानि के, लगभग ₹22 लाख का ऋण प्रदान करती हैं।
- किसान शेष 10% का योगदान देता है, जो लगभग ₹3 लाख के करीब होता है।
कामधेनु डेयरी योजना के वित्तीय सहायता से परे लाभ
कामधेनु डेयरी योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह योजना उन प्रथाओं को भी बढ़ावा देती है जो डेयरी फार्म की उत्पादकता और समग्र सफलता को बढ़ाती हैं।
- पशु देखभाल और स्वास्थ्य प्रबंधन
यह योजना उचित पशु देखभाल और स्वास्थ्य प्रबंधन के महत्व पर बल देती है। इसमें पशु चिकित्सा सेवाओं, टीकाकरण कार्यक्रमों और कृमिनाशक पहल शामिल हैं।
- प्रशिक्षण और मार्गदर्शन
सभी लाभार्थियों को डेयरी खेती के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण मिलता है, जिसमें मवेशी पालन, दूध दुहने की तकनीक, स्वच्छता पद्धतियाँ और दूध उत्पादन के लिए सर्वोत्तम अभ्यास शामिल हैं।
- पशु आहार और पूरक आहार (Cattle feed supplement products)
यह योजना गायों के लिए इष्टतम और पौष्टिक आहार सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले पशु आहार और पूरक आहार (cattle feed supplements) के उपयोग को प्रोत्साहित करती है, जिससे दूध उत्पादन में वृद्धि और दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है।
दूध वर्धक पदार्थों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातों पर गौर करें:
- दूध वर्धक पदार्थ कोई जादुई समाधान नहीं हैं।
- गायों के आहार में कोई भी नया पूरक शामिल करने से पहले, एक योग्य पशु चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।
- दूध वर्धक पदार्थों का उपयोग संतुलित और पौष्टिक आहार के पूरक के रूप में किया जाना चाहिए।
- उच्च गुणवत्ता वाले पशु चारे में निवेश करे ।
- बाजार में विभिन्न प्रकार के दूध वर्धक उत्पाद उपलब्ध हैं।
- प्रतिष्ठित कंपनियों को चुनें और यदि संभव हो तो देशी गायों के लिए तैयार किए गए दूध वर्धक उत्पादों का चयन करें।
Milkyboon by Refit, एक ऐसा ब्रांडेड पूरक आहार (cattle feed supplements) है गाय का दूध बढ़ाने वाला पाउडर है जिसमे कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन D3 एंजाइम, जीवंती और शतावरी का उत्तम संयोजन हैं। यह पाउडर को गाय के आहार में मिला कर देने के फायदे बहुत हैं। यह पाउडर दूध एवं वसा (Fat) का प्रतिशत, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यह पाउडर थन को बढ़ावा देता है, कैल्शियम और फॉस्फोरस की कमी को दूर करता है और हड्डियों और मांसपेशियों की ताकत में सुधार लाता है। मास्टिटिस का विकास और रोकथाम भी करता है ।
रिफिट एनिमल केयर (Refit Animal Care) फीड सप्लीमेंट्स (feed supplement products) का स्थानीय निर्माता है जो गुणवत्ता आधारित पशु चारा उत्पादन करती है। ब्रांडेड और गुणवत्तापूर्ण निर्मित Milkyboon पाउडर को आप या तो उनकी वेबसाइट के माध्यम से या Amazon, Flipkart के माध्यम से खरीद सकते हैं ।
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