पशुपालकों के लिए बजट में नए प्रावधान, यहां जानिये सरकार के टॉप-6 एलान

पशुपालक बजट प्रावधान

ग्रामीण उद्योग, खेती-किसानी, पशुपालन और कृषि आधारित व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा दिये बिना देश की समृद्धि के बारे में नहीं सोचा जा सकता । उत्पादकता बढ़ाने, आधुनिक तकनीक अपनाने और मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास के साथ ही ग्रामीणों में कौशल बढ़ाने के लिए साल 2025-26 के केंद्रीय बजट में खास ध्यान दिया गया है ताकि ग्रामीणों की आजीविका में सुधार हो उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके । इस Blog में जानते हैं कि (Top-6 announcements related to animal husbandry in the budget of 2025-26) बजट में पशुपालन से जुड़ीं टॉप-6 घोषणाएं क्या रहीं ?

टिकाऊ मछलीपालन पर जोर

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि “भारत मत्स्य उत्पादन और जलीय कृषि (Fish Production and Aquaculture) के क्षेत्र में विश्वभर में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार मत्स्य उद्योग को और ऊंचाई पर ले जाने के मकसद से विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) का गठन करेगी । अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और गहरे समुद्र में मछली पकड़ने को बढ़ावा (to promote deep sea fishing) देने के लिए विशेष कार्ययोजना यानी फ्रेमवर्क तैयार करेगी।“ देश में समुद्री खाद्य निर्यात फिलहाल 60 हजार करोड़ रुपये का है । मछली पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत पहले ही इस दिशा में काम कर रहा है । 

स्टार्ट-अप को तगड़ा सपोर्ट

आम बजट 2025-26 में स्टार्ट-अप के लिए 20 हजार करोड़ रुपये देने का एलान किया गया है, जिससे  डेयरी और मछलीपालन (Dairy and Fisheries Start-ups) को भी बढ़ावा मिल सकेगा । निकट भविष्य में इस योजना से डेयरी, पशुपालन, फिशरीज और पोल्ट्री सेक्टर में बड़ा बदलाव (Big change in dairy, animal husbandry, fisheries and poultry sectors) देखने को मिल सकता है । इससे सस्ते और अच्छी क्वालिटी के सी-फूड के बाजार में भी उछाल आ सकता है जिसकी कि मांग बहुत ज्यादा है ।

किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन बढ़ा

इसी तरह ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ (KCC Loan) पर लिए गए लोन की सीमा 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है । यह स्कीम किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों को अल्पकालिक ऋण (Short term loans to farmers, fishermen and dairy farmers) के लिए है जिसमें 9 फीसदी ब्याज दर पर लोन मिलता है। ब्याज पर 2 फीसदी की छूट (सब्सिडी) भी मिलती है और समय से चुकाने वालों को 3 फीसदी की अलग से छूट दी जाती है । ऐसे में मात्र 4 फीसदी ब्याज चुकाना पड़ता है । सरकार का प्रयास है कि बड़े ही नहीं बल्कि छोटे और सीमांत किसानों और पशुपालकों (Pashpalak) को भी इसके दायरे में लाया जाए ।

नई महिला उद्यमी को मदद

केंद्र सरकार ने इसी के साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिला उद्यमियों के लिए MSME के माध्यम से एक विशेष लोन योजना शुरू करने जा रही है। इसके तहत पहली बार उद्यमी बनने वाली महिलाओं (first time women entrepreneurs) को दो करोड़ रुपये तक का टर्म लोन मिलेगा।

ग्रामीण संपन्नता बढ़ाने की पहल

यही नहीं कृषि-पशुपालन क्षेत्र में रोजगार (Employment in agriculture-animal husbandry sector) पैदा करके युवा बेरोजगारों का इस क्षेत्र के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने और उनका पलायन रोकने के लिए केंद्र सरकार ने बजट में ‘ग्रामीण सम्पन्नता और अनुकूलता अभियानशुरू करने का ऐलान किया है। जाहिर है कुछ ही समय में इसका विस्तृत ब्यौरा सामने आ सकता है ।

पशु सखी की अहमियत बढ़ेगी

संसद में अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि “पशुसखियों के माध्यम से पशुधन मजबूत हो रहा है और दूध उत्पादन में भारत, विश्व में प्रथम स्थान पर है।“ जाहिर है सरकार ने पशुसखियों (Pashu Sakhi) के महत्व को स्वीकार किया है । आपको बता दें कि इसमें 10वीं पास किंतु 30 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की भर्ती होती है जो प्रशिक्षण लेने के बाद पशुपालकों के बीच सरकारी योजनाओं की जानकारी, पशुधन बीमा, टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच आदि के कार्य करने होते हैं ।

Refit Animal Care का Milkyboon  प्रयोग करें जो एक गाय-भैंस के लिए एक उत्तम feed supplement है । यह दूध बढ़ाने वाला पाउडर है जिसे चारे (आहार) के साथ मिलाकर देने से जल्द ही फायदे दिखने लगते हैं । इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन D3 एंजाइम, जीवंती और शतावरी का लाभदायक मिश्रण है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हड्डियों-मांसपेशियों में सुधार आता है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *