झींगा पालन शुरू करने के 10 आसान कदम, एक बार आजमायें और कमाते रहें हरदम

झींगा पालन

भारत जलीय कृषि उत्पादन (Aquaculture Production) में दूसरे स्थान पर है और दुनिया का अग्रणी झींगा उत्पादक देश (Leading shrimp producing country) है। यह क्षेत्र 3 करोड़ से अधिक लोगों को आजीविका देता है जिनमें से ज़्यादातर लोग कमज़ोर समुदायों से हैं। जाहिर है, झींगा उत्पादन में बड़ी संभावनाएं हैं, साथ ही इसे शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा जगह यै पूंजी की भी जरूरत नहीं होती । बस, थोड़ी सी लगन और ठीक से प्रबंधन करने पर जल्द ही अच्छी कमाई की जा सकती है । झींगा पालन व्यवसाय शुरू करने से जुड़े 10 आसान से कदम (10 easy steps to start shrimp farming business) क्या हैं, आइये इस Blog में जानते हैं ।   

इससे पहले कि आप उन नायाब कदमों के बारे जानें, यह तय कर लें कि आप इनका ईमानदारी से पालन करेंगे क्योंकि आपकी जरा सी चूक या असावधानी आपको आपकी मंजिल से दूर कर सकती है । आइये, शुरूआत करते हैं ।

  1. स्थान का चयन (Location Selection)
  • समुद्र के पास या मीठे पानी वाले स्थान का चयन करें, जहाँ पानी का तापमान और लवणता (salinity) झींगा पालन के लिए अनुकूल हो।
  • जल निकासी, परिवहन और जल आपूर्ति की सुविधाओं को ध्यान में रखें।
  1. पानी का परीक्षण (Water Testing)
  • पानी की गुणवत्ता जांचें, जैसे कि पीओएच, लवणता, ऑक्सीजन का स्तर, तापमान, अमोनिया, नाइट्रेट और अन्य रसायनों की मात्रा।
  • यह सुनिश्चित करें कि पानी का तापमान 25-30°C के बीच हो और लवणता 15-25 ppt हो।
  1. तालाब का निर्माण (Pond Construction)
  • झींगा पालन के लिए मिट्टी के तालाब का निर्माण करें। तालाब की गहराई 1.5-2 मीटर होनी चाहिए।
  • तालाब के किनारों को मजबूत रखें और जल निकासी की अच्छी व्यवस्था करें।
  1. जल प्रवाह की व्यवस्था (Water Flow Arrangement)
  • तालाब में पानी की सही रफ्तार बनाए रखें ताकि ऑक्सीजन की आपूर्ति सही तरीके से हो सके।
  • जल निकासी की व्यवस्था ऐसी रखें कि गंदगी और अवशेषों का निपटारा किया जा सके।
  1. झींगा बीज का चयन (Selection of Shrimp Seed)
  • अच्छे और स्वस्थ झींगा बीज (Seed) का चयन करें। आमतौर पर, ब्लैक टिगर और वाइट लेग प्रमुख किस्में होती हैं।
  • बीज को एक प्रमाणित और सुरक्षित जगह से प्राप्त करें ताकि किसी भी प्रकार के रोग का खतरा न हो।
  • झींगे का आकार इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस नस्ल का चयन करते हैं।
  1. वृद्धि पर निगरानी (Growth Monitoring)
  • झींगा बीज (shrimp seeds) को तालाब में 1 से 2 महीने तक अच्छी गुणवत्ता वाले पानी में छोड़ें। इस दौरान आहार और पानी की स्थिति का ध्यान रखें।
  • इस अवधि में झींगों की वृद्धि पर निगरानी रखें। झींगे को बढ़ने में आमतौर पर मोनोकल्चर के तहत 6-8 महीने और पॉलीकल्चर के तहत 8-12 महीने लगते हैं।
  1. खाद्य प्रबंधन (Feed Management)
  • झींगों को अच्छा और पौष्टिक आहार दें। विशेष रूप से झींगा फार्मिंग के लिए तैयार खाद्य सामग्री का उपयोग करें।
  • आहार की मात्रा और वितरण को नियंत्रित करें ताकि वह सारा आहार खा सकें।
  1. स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण (Health and Disease Management)
  • नियमित रूप से झींगों का स्वास्थ्य परीक्षण करें और किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत उपचार करें।
  • जल में अवांछनीय तत्वों को कम करने के लिए समय-समय पर पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करते रहें।
  1. जल परिवर्तन और सफाई (Water Change and Pond Maintenance)
  • तालाब में समय-समय पर पानी बदलते रहें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • तालाब में किसी भी प्रकार की गंदगी और कचरे को हटाने के लिए सफाई प्रक्रियाओं का पालन करें।
  1. संग्रहण और विपणन (Harvesting and Marketing)
  • झींगा की उचित वृद्धि के बाद, इन्हें एकत्रित करें। झींगा की माप और वजन के अनुसार बाजार में उतारने की योजना बनाएं।
  • इसके लिए स्थानीय बाजार, निर्यात कंपनियाँ या मछली बाजारों से संपर्क करें।

Refit Animal Care का Aqua Prime एक सर्वोत्तम चेलेटेड मिनरल मिक्सचर (Best Chelated Mineral Mixture by Refit Animal Care) है जिसमें पर्याप्त मात्रा में खनिज पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इससे जलीय जंतुओं (मछली, झींगा इत्यादि) की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और उनका उच्चतम विकास होता है । इस तरह वे घातक और खतरनाक बीमारियों से बचे रहते हैं। यह खनिज की कमी की भरपाई करते हुए पाचन, पोषक तत्वों के अवशोषण के अलावा मांसपेशियों का विकास सुनिश्चित करता है।

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