कबूतरों के लिए कितना जरूरी है प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स ? जानिये पोषण का सही तरीका !

कबूतरों के लिए कितना जरूरी है प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स

बेहद कम पूंजी लगाकर किये जाने वाले पशुपालन संबंधी कामों में कबूतरपालन (pigeon farming) एक लोकप्रिय व्यवसाय है ।  कबूतर घरेलू पक्षी की तरह हैं, जिन्हें संभालना बहुत आसान है। इन्हे घर के अहाते किसी कोने या छत पर भी पाला जा सकता है । इनके खान-पान में भी कम लागत आती है और ज्यादातर वो अपना भोजन खुद जुटाते हैं । इनकी गतिविधियां और रेस आपको रोमांच का एहसास कराते हैं । इनके मांस, पंख और तेल का अच्छा बाजार है । किसी भी अन्य पोल्ट्री पक्षियों (poultry birds) की तुलना में कबूतरों में रोग कम है। जब इन्हें प्यार और ध्यान से पाला जाता है, तो ये एक वफ़ादार और क़ीमती साथी हो सकता है। अपने कबूतरों के शारीरिक विकास, फुर्ती, रेसिंग क्षमता और उनकी उत्पादन क्षमता बनाये रखने के लिए उनके आहार पर विशेष ध्यान देना होता है । इस Blog में हम जानेंगे कि कबूतरो के पोषण और समग्र विकास (Nutrition and overall development of pigeons) के लिए प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स कितने जरूरी हैं ।

क्या है प्रोबायोटिक्स ?

‘प्रोबायोटिक’ शब्द दो शब्दों प्रो और बायोस से मिलकर बना है जिसका मतलब है ‘जीवन के लिए’ । इस तरह प्रोबायोटिक्स(probiotics) वो हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं । जैसे – सेहत के लिए अच्छे जीवित बैक्टीरिया(live bacteria), जो पाचन क्रिया को ठीक और संतुलित रखते हैं । प्रोबायोटिक्स का उपयोग अच्छे आंत बैक्टीरिया(gut bacteria) के रखरखाव और पुनर्जनन (regeneration) में सहायता के लिए किया जाता है। प्रोबायोटिक्स आंत के माइक्रोबायोटा (gut microbiota)को संतुलित करने में मदद करते हैं । ये पाचन तंत्र में रहने वाले सूक्ष्मजीवों (microorganisms) का एक संग्रह है। आंत के माइक्रोबायोटा पाचन, पोषक तत्वों के अवशोषण (absorption) और प्रतिरक्षा कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इससे रोग-प्रतिरोध (disease resistance) की प्राकृतिक शक्ति प्राप्त होती हैं और कबूतरों को जो भी पोषणवाला आहार दिया जाता है उसका पूरा लाभ सुनिश्चित होता है । इससे उनमें एनर्जी बनी रहती है और उनका प्रदर्शन लगातार सुधरता रहता है । पाचन-तंत्र के सही काम करने से उनमें ताजगी, फुर्ती और जोश दिखाई देता है ।

प्रीबायोटिक्स क्या हैं ?

प्रीबायोटिक्स (prebiotics) एक न पचने वाला खाद्य घटक (food ingredient) है जो इन अच्छे जीवाणुओं के लिए भोजन के रूप में कार्य करता है। शरीर प्रीबायोटिक्स को पचाता नहीं है, बल्कि इसके बजाय, वे अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर पाचन तंत्र की मदद करते हैं। प्रीबायोटिक्स एक प्रकार का आहार फाइबर है जो आंत के माइक्रोबायोटा को पोषण देता है। इससे शॉर्ट-चेन फैटी एसिड (fatty acids) बनते हैं जो आंतों की कोशिकाओं (intestinal cells) को ऊर्जा प्रदान करते हैं । प्रीबायोटिक्स आंत के माइक्रोबायोटा की विविधता को बेहतर बनाने और लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकते हैं, जिससे पाचन समेत समग्र स्वास्थ्य बेहतर होता है। आंत ही वो जगह है जहां अधिकांश भोजन पचता है,

कबूतरों को दोनों की जरूरत क्यों ?

प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स (Probiotics and Prebiotics for Pigeons) एक-दूसरे की मदद करते हुए मिलजुल कर काम करते हैं । प्रोबायोटिक्स आंत में लाभकारी बैक्टीरिया की मदद करते हैं, जबकि प्रीबायोटिक्स उन्हें पनपने के लिए आवश्यक भोजन प्रदान करते हैं। साथ ही एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने, पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करने और रोग प्रतिरक्षा कार्य को मजबूत करते हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स समान नहीं होते हैं। बैक्टीरिया के विभिन्न उपभेदों (strains) और प्रीबायोटिक्स के प्रकारों का शरीर पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है ।  

कबूतरों का पोषण संतुलित क्यों हो ?

रेसिंग कबूतरों (racing pigeons) को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उचित पोषण की आवश्यकता होती है जिसके लिए सप्लीमेंट्स का उपयोग एक सीमित मात्रा या अंतराल में किया जा सकता है । कबूतर कुछ पोषक तत्वों के उच्च स्तर के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं, खासकर वसा में घुलनशील विटामिन जैसे – विटामिन ए, डी और ई। कबूतरों को ऐसे संतुलित आहार (balanced diet for pigeons) की ज़रूरत होती है जिसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन और खनिज शामिल हों। एक पोषक तत्व की अत्यधिक खुराक दूसरे पोषक तत्व की कमी का कारण बन सकती है, जिससे कुपोषण (malnutrition) और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले सप्लीमेंट्स और आपके द्वारा दिए जाने वाले पोषण पर ध्यान देकर, आप अपने रेसिंग कबूतरों को प्रदर्शन के नए स्तरों तक पहुँचने में मदद कर सकते हैं।

ACTIPIGEON BY REFIT Powder कबूतरों के लिए एक प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स है जो बैक्टीरिया के संक्रमण को रोकने में मदद करता है। यह कबूतरों में ढीले मल और तनाव (Loose stools and stress in pigeons) को कम करने में मदद करता है। यह गैस्ट्रो-आंत्र पथ (gastro-intestinal tract) से पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे विशेष रूप से कबूतरों की आंतों के माइक्रोबियल संतुलन Microbial balance of the intestines of pigeons ) को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये कबूतरों की जीवित रहने की दर बढ़ाता है।

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