राजस्थान में दुग्ध उत्पादकों के भाग्य खुले, प्रति लीटर 5 रुपये की मिल रही सब्सिडी!

राजस्थान दुग्ध उत्पादक योजना 2025–26 | प्रति लीटर ₹5 सब्सिडी स्कीम का चित्र

हाल ही में राजस्थान के करीब 5 लाख दुग्ध उत्पादक पशुपालकों के खातों में एक साथ सात महीने की अनुदान राशि का भुगतान करने के साथ ही मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना फिर चर्चा में आ गई है । पशुपालकों को कुल 364 करोड़ 47 लाख रुपए भुगतान किया गया है और यह राशि उनके खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी गई है। अगर आप भी एक दुग्ध उत्पादक हैं और राजस्थान से आपका नाता है तो मौका मत चूकिये । हो सकता है कि अगली अनुदान राशि का भुगतान पाने वालों में आपका भी नाम हो । इस Blog में जानिए पूरी जानकारी ।


क्या है योजना ?

rajasthan mukhya mantri dugdh utpadak sambal yojana 2025-26 का उद्देश्य न केवल राज्य में पशुपालन को बढ़ावा देना है, बल्कि दुग्ध उत्पादकों की आमदनी में भी सुधार लाना है। इसके तहत दुग्ध उत्पादकों को सरस डेयरी से संबंधित दुग्ध समितियों को दूध बेचने (Selling milk to milk societies) पर प्रति लीटर 5 रुपए की अनुदान राशि (Subsidy to dairy farmers) दी जाती है । इस योजना के लिए राजस्थान सरकार ने बजट वर्ष 2025-26 के लिए 650 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। इससे यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार सिर्फ एकमुश्त लाभ प्रदान ही नहीं बल्कि लंबे समय तक समर्थन देकर किसानों की आय को स्थिर करना है। दुग्धपालकों से जुड़ी यह योजना (New scheme for dairy farmers) विशेष रूप से छोटे और सीमांत दुग्ध उत्पादकों (Small and marginal milk producers) के लिए फायदेमंद है, जिनके पास आय के सीमित स्रोत होते हैं। उन्हें मिलने वाला अतिरिक्त समर्थन उनकी आजीविका को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। योजना के तहत सरकार ने राज्य भर में 10,000 से अधिक डेयरी बूथ स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जो युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहे हैं।साथ ही, डिजिटल जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को DBT प्रक्रिया से जोड़ा जा रहा है।


क्या हैं पात्रता मानदंड?

    • आवेदन करने वाले किसान को राजस्थान राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए, जहां यह योजना लागू है।

    • आवेदक एक सक्रिय दुग्ध उत्पादक होना चाहिए जो नियमित रूप से सहकारी समितियों या सरकार द्वारा अधिकृत संग्रह केंद्रों को दूध बेचता हो।

    • आवेदक के पास एक बैंक खाता होना चाहिए जो आधार से जुड़ा हो, ताकि प्रोत्साहन राशि (Incentives to milk producers) सीधे हस्तांतरित की जा सके।

कितनी आसान है आवेदन की प्रक्रिया?

Rajasthan Chief Minister Milk Producer Support Scheme 2025-26 के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है। पशुपालकों को सरकार के द्वारा बनाए गए डेयरी बूथ पर जाना होगा। डेयरी बूथ अधिकारी को सभी जरूरी दस्तावेज दिखाकर दूध बेचना होगा। पशुपालक के द्वारा जितना दूध डेयरी बूथ में सप्लाई किया जाएगा उसी के हिसाब से उसके बैंक अकाउंट में ₹5 प्रति लीटर की दर से अनुदान राशि सीधे ट्रांसफर कर दी जाएगी।


जरूरी प्रमाण क्या हों ?

आवेदन की आसान सी प्रक्रिया के लिए कुछ प्रमाण जरूर चाहिए, जो हर एक पास आसानी से मिल जाता है ।

    • आधार कार्ड

    • निवास प्रमाण पत्र

    • आय प्रमाण पत्र

    • चालू मोबाइल नंबर

    • बैंक पासबुक की फोटो कॉपी

    • पशुओं का पूरा विवरण

    • ईमेल आईडी

    • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद किसान नियमित रूप से अपनी दुग्ध सहकारी समिति (Milk Co-operative Society) या बताये गए संग्रह केंद्र पर दूध बेच सकता है। दूध की मात्रा और गुणवत्ता का रिकॉर्ड रखा जाता है। इसके बाद संबंधित विभाग द्वारा निर्धारित अवधि (मासिक या त्रैमासिक) पर, प्रोत्साहन राशि सीधे किसान के आधार-लिंक्ड बैंक खाते में जमा कर दी जाती है, जिसे https://sso.rajasthan.gov.in पर एकाउंट बनाकर चेक किया जा सकता है ।

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://animalhusbandry.rajasthan.gov.in या राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के  टोल फ्री नंबर 1800-180-6127 से ताजा जानकारी लेने के बाद ही आवेदन करें क्योंकि 2019  से शुरू हुई इस स्कीम में लगातार सुधार किए जा रहे हैं।

Refit Animal Care  का प्रोडक्ट RIGMIN-FORTE गाय, भैंस, बकरी और अन्य दुधारू पशुधन के लिए एक लाभकारी खनिज मिश्रण (Mineral Mixture For Cattle) है, जिसे चारे के साथ देने पर पशुओं को सभी आवश्यक खनिज और विटामिन मिल जाते हैं । इससे  उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती रहती है । इतना ही नहीं दूध की मात्रा बढ़ती है और प्रजनन (reproduction) से जुड़ी समस्याएं नहीं आतीं ।

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