यूपी में किसानों को तोहफा, दो दुधारू पशु पालने वालों को मिलेगा मुफ्त चारा बीज

दुधारू पशु पालकों को मिलेगा मुफ्त चारा बीज

अगर आप यूपी में रहने वाले किसान हैं और आपके पास कम से कम दो दुधारु पशु हैं तो आगे की जानकारी आपके लिए ही है । यूपी में रबी सीजन में अतिरिक्त चारा विकास स्कीम के तहत चारा उगाने के लिए मुफ्त मिनी किट (Free mini kits to farmers 2025-26) उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि दूध उत्पादन में वृद्धि हो । बस, लाभार्थी के पास कम से कम दो दुधारु पशु होने चाहिए । स्कीम के लिए लाभार्थियों के चुनाव (Selection of beneficiaries for free mini kits in UP 2025) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है । फसल उत्पादन के साथ ही पशु पालन से जुड़े किसान इसका फायदा कैसे उठा सकते हैं, इस Blog में जानते हैं ।

 

कैसे मिलेगी मदद ?

उत्तर प्रदेश का पशुपालन विभाग प्रदेश में पशुपालकों की सहायता के लिए अतिरिक्त चारा विकास कार्यक्रम चला रहा है जिसमें चालू रबी सीजन में विभाग ने 622.40 क्विंटल बीज के मुफ्त वितरण का लक्ष्य रखा है। रबी का मतलब सर्दियों के मौसम में बोई जाने वाली फसलों से है, जिसे अक्टूबर-नवंबर में बोया जाता है और मार्च-अप्रैल में काटा जाता है। प्रदेश में कुल 24,896 मिनीकिट का वितरण का लक्ष्य रखा गया है । प्रति 0.250 एकड़ में चारा बोआई के लिए 25 किलोग्राम प्रमाणित बरसीम चारा बीज की मुफ्त मिनीकिट (barseemcharabeej kimufta mini kit 2025-26) उपलब्ध कराई जाएगी।पशुओं को बरसीम का चारा खिलाने से दूध में काफी बढ़ोतरी होगी। योजना के तहत न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर (लगभग 0.250 एकड़) और अधिकतम 0.5 हैक्टेयर (लगभग 1.25 एकड़) भूमि पर उत्पादन के लिए सहायता दी जाएगी। वहीं, खेत की तैयारी, बुआई, सिंचाई एवं कटाई आदि पर होने वाला खर्च लाभार्थियों द्वारा ही किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए मंडलवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।

 

शर्तें क्या-क्या हैं ?

ध्यान रखने की बात यह है कि योजना के तहत पूर्व में चयनित लोगों को दोबारा लाभ नहीं दिया जाएगा । साथ ही, दो दुधारू पशु होने की अनिवार्यता के साथ स्वयं की भूमि होनी चाहिए और वहां सिंचाई की व्यवस्था जरूरी है।इस तरह, फसल के रबी सीजन में दुधारू पशुओं को पालने वाले किसानों (dairy farmers) को चारा उगाने के लिए मुफ्त बीज मिनीकिट उपलब्ध कराई जाएगी। लघु और सीमांत किसान के साथ पशुपालकों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लाभार्थियों, महिला लाभार्थियों औरदुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों को चयन में प्राथमिकता दी जाएगी। बीज वितरण के लिए चारागाह की सिंचित भूमि वाले स्थायी-अस्थायी गो-आश्रय स्थलों को भी प्राथमिकता मिलेगी।

 

कैसे होगा चयन ?

योजना के तहत रबी सीजन में 1.5 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी। लाभार्थियों का चयन, जिलों मे मुख्य पशुचिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। इस बारे में निर्देश जारी करते हुएपूरी पारदर्शिता के साथ योजना का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं।कहां-कहां मिनीकिट कितनी बंटेगी, इसका भी खाका तैयार हो चुका है ।

Refit Animal Care ने हमेशा चाहा है कि आपके दुधारू पशु पूरी तरह स्वस्थ रहें । कैल्शियम के मामले में हमारे अनुभवी विशेषज्ञों ने Recal-AD3 पाउडर विकसित किया है जो दूध की पैदावार में सुधार करता है,  हड्डियों को मजबूत बनाता है, कमजोर जानवरों का स्वास्थ्य सुधारता है और दूध-बुखार में विशेष रूप से उपयोगी है । Recal-Ad3 गाय, भैंस, बकरी, भेड़, मवेशी और पशुधन के लिए फायदेमंद है । इसे 20 से 30 ग्राम तक नियमित चारे के साथ दिया जा सकता है या जैसा पशुचिकित्सक सलाह दें ।

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