दुधारू पशुओं में कम कैल्शियम की टॉप 10 पहचान, रोकथाम में देरी की तो हो सकता है भारी नुकसान

दुधारू पशुओं में कैल्शियम की कमी

इंसान हो या पशु, शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। कैल्शियम का सीधा नाता दूध से है । दूध का मतलब है पोषण क्योंकि दूध में कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है । दुधारू पशुओं से अच्छी गुणवत्ता(quality) और मात्रा(quantity) वाला दूध पाने के लिए उनके आहार में कैल्शियम (calcium in animal feed) का शामिल होना बहुत जरूरी है । डेयरी काम दूध की उत्पादकता से जुड़ा है और अगर दूध ही कम निकला तो मुनाफा क्या खाक होगा । आखिर कैसे पहचानें कि आपके दूध देने वाले पशु में कैल्शियम की कमी (Symptoms of Calcium Deficiency in dairy cattle) है और इस समस्या से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है ? इस Blog में जानिए ।

क्यों इतना जरूरी है कैल्शियम ?

कैल्शियम (Calcium) एक रासायनिक तत्व है जिसका नाम लैटिन शब्द कैल्क्स (calx’) से लिया गया है जिसका अर्थ है चूना (lime)। पशुओं को ऐसे चारे की जरूरत होती है जिसमें प्रोटीन, ऊर्जा, खनिज, फाइबर और कैल्शियम वगैरह मिलता रहे । आपके डेयरी पशु (dairy cattle) को अपनी संरचना, गति, शरीर के उचित कामकाज, दूध उत्पादन, बच्चे को जन्म देने और रोगों से लड़ने ताकत को बनाए रखने के लिए पर्याप्त कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम (Ca) सबसे ज्यादा पशु के कंकाल में पाया जाता है और बाकी दांतों, रक्त प्लाज्मा, शरीर के कोमल ऊतकों और बाह्यकोशिकीय द्रव्य (extracellular fluid) में पाया जाता है। ये मवेशियों की हड्डियों के बेहतर विकास को प्रेरित कर उन्हें मजबूती से बढ़ने में मदद करता है। ये हृदय, तंत्रिकाओं, मांसपेशियों और शरीर की अन्य प्रणालियों को ठीक से काम करने में भी मदद करता है। कैल्शियम को आहार से प्राप्त करने (obtaining calcium from diet) की आवश्यकता होती है क्योंकि यह शरीर द्वारा निर्मित नहीं होता है। पशुओं को हर दिन कैल्शियम की मात्रा (Calcium intake for animals) उसके शारीरिक आकार के हिसाब से देनी चाहिए। उदाहरण के लिए एक गाय को 50 मिली लीटर कैल्शियम देना सुरक्षित होता है।

कैल्शियम की कमी की टॉप टेन पहचान :

  1. पशु पहले से दूध कम देने लगता है
  2. गर्भधारण न करना या गर्भपात हो जाना
  3. दांतों और हड्डियों का कमजोर होते जाना
  4. चोट-घाव होने पर खून बहते रहना और न रुकना
  5. दुग्ध ज्वर (milk fever) या हड्डियों के रोग हो जाना
  6. संवेदना में कमी – बेहोशी, बेचैनी, पक्षाघात
  7. खड़े होने में असमर्थ, लड़खड़ाना, गिर जाना
  8. शरीर के तापमान में कमी आना
  9. पेट और गर्दन को मोड़ कर बैठना
  10. थकान व मांसपेशियों का कमजोर होते जाना

समस्या से छुटकारा पाने की बारी

आमतौर पर डेयरी पशुओं कैल्शियम की कमी की 10 पहचान (Top 10 signs of low calcium in dairy animals) यही हैं । हालांकि ये कम-ज्यादा भी हो सकती हैं । लेकिन लापरवाही बरतने पर घातक परिणाम हो सकते हैं । इसलिए दुधारू पशुओं में कैल्शियम की कमी का पता (Detection of calcium deficiency in dairy animals) चलते ही इससे निपटने का काम शुरू कर देना चाहिए जिसमें अहम है कैल्शियम की खुराक देना ।

Refit Animal Care ये सुनिश्चित करता है कि आपके दुधारू पशु हर तरह से स्वस्थ रहें । कैल्शियम के मामले में हमारे अनुभवी विशेषज्ञों ने Recal-AD3 पाउडर विकसित किया है । ये पशुओं में दूध की पैदावार में सुधार करता है,  हड्डियों को मजबूत बनाता है, कमजोर जानवरों का स्वास्थ्य सुधारता है और दूध-बुखार में विशेष रूप से उपयोगी है । Recal-Ad3 गाय, भैंस, बकरी, भेड़, मवेशी और पशुधन के लिए फायदेमंद है ।  इसे 20 से 30 ग्राम तक नियमित चारे के साथ दिया जा सकता है या जैसा पशुचिकित्सक सलाह दें ।

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