भारत में गायों की 50 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं और इनमें कई ऐसी हैं जो अपनी दुग्ध उत्पादन क्षमता के लिए ही जानी जाती हैं। दरअसल, देसी गायों (Desi Breed Cow) के दूध की पौष्टिकता का लोहा सभी मानते हैं । इनमें ‘गिर’ गाय सबसे ज्यादा दूध देने (Gir cow breed gives more milk in India) के लिए जानी जाती है । इस Blog में जानते हैं कि Top 10 High Demanding Milk Producing Desi Cow Breeds in India कौन-कौन सी हैं ?
1 साहीवाल गाय (Sahiwal Cow)
यह भारत की सबसे अच्छी नस्लों में (Best Cow Breeds of India) से एक है । एक बार मां बनने के बाद करीब 10 महीने तक दूध देती है। यह नस्ल सूखे क्षेत्र में भी पूरी क्षमता से काम करती है और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है ।
रंग : भूरा लाल से भूरा लाल।
वजन : 600 किग्रा
दूध उपज : 7-10 लीटर प्रतिदिन
2 लाल सिन्धी गाय (Red Sindhi Cow)
इस नस्ल का वास्ता पाकिस्तान के सिंध प्रांत से है और यह गुजरात, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु में पाई जाती है। लाल रंग की यह गाय भी अधिक दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है।.
रंग: लाल-भूरा.
वजन : नर – 530 किग्रा, मादा – 325 किग्रा.
औसत दूध उपज : 12 लीटर प्रतिदिन
3 गिर/गीर गाय (Gir Cow)
इस नस्ल की गायें गुजरात के इलाकों से आती हैं, जिनकी उत्पत्ति ‘गिर’ (Gir) के जंगलों से मानी जाती है । इसे सबसे अधिक दूध देने वाली नस्ल (Highest milk yielding breed in India) कहा जाता है, लेकिन पालन कुछ विशेष जगहों पर ही संभव है ।
रंग : गहरे लाल से लेकर हल्के तक
वजन : नर – 544 किग्रा, मादा – 310 किग्रा
औसत दूध उपज : 15-20 लीटर प्रतिदिन
4 थारपारकर गाय (Tharparkar Cow)
इस नस्ल की उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप के थार मरुस्थल से मानी जाती है जिसका कुछ हिस्सा पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी है । यह एक दोहरे उद्देश्य वाली गाय है जो दूध देने के साथ ही भार उठाने में भी सक्षम है ।
रंग : सफ़ेद से भूरा
वजन : नर – 450 किग्रा, मादा – 400 किग्रा
औसत दूध उपज : 8-10 लीटर प्रतिदिन
5 कांकरेज गाय ( Kankrej Cow)
इसका नाता गुजरात में कच्छ के रण क्षेत्र से है । इस नस्ल के बैल भी अच्छे भारवाहक होते हैं। इस नस्ल में टिक बुखार, गर्मी, तनाव और तपेदिक से प्रतिरोध जैसी अनूठी विशेषताएं हैं।
रंग : सिल्वर ग्रे, आयरन ग्रे और स्टील ब्लैक तक भिन्न-भिन्न
वजन: नर – 590 किग्रा, मादा – 431 किग्रा
औसत दूध उपज : 5-9 लीटर प्रतिदिन (1738 किलोग्राम प्रति स्तनपान)
6 कृष्णा घाटी गाय (Krishna Valley Cow)
यह मूल रूप से कर्नाटक राज्य की कृष्णा वैली (Krishna Valley cow) इलाके से है । गाय के सींग छोटे और शरीर मोटा होता है। एक बार मां बनने के बाद वह सालाना औसतन 900 लीटर से ज्यादा दूध देती है।
रंग : व्हाइट और ग्रे (सामने और पिछले हिस्से पर गहरे रंग)
वज़न: नर – 550 किग्रा, मादा – 325 किग्रा
औसत दूध उपज: प्रति स्तनपान (ब्यांत) 916 किलोग्राम
7 हरियाणवी गाय (Hariyanavi Cow)
नाम के अनुरूप यह नस्ल हरियाणा (Haryana breed of cow) की है लेकिन यूपी और राजस्थान में भी काफी उपयोग की जाती है । दूध उत्पादन तो अच्छा है ही, इस नस्ल के बैल खेती में भी उपयोगी हैं।
रंग : सफ़ेद या हल्का भूरा
औसत दूध उपज : 10 से 15 लीटर रोज
वजन : नर – 430 किग्रा, मादा – 310 किग्रा
8 ओंगोल गाय (Ongole Cow)
इस नस्ल की उत्पत्ति आंध्र प्रदेश से हुई है। यह अपनी तेज विकास के लिए जानी जाती है । गर्मी और बीमारियों की प्रतिरोधक क्षमता की वजह से इनकी काफी मांग है । यह एक बहुउपयोगी प्रजाति है ।
रंग : सफ़ेद
वजन : नर – 500 किग्रा, मादा – 430 से 455 किग्रा
औसत दूध उपज: 17 लीटर रोजाना
9 देवनी गाय (Deoni Cow)
इस नस्ल की उत्पत्ति महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र और कर्नाटक के निकटवर्ती क्षेत्र से हुई है । यह प्रजाति गिर गौवंश से मिलती-जुलती हैं। आंध्र प्रदेश में इसे डोंगरपति या डोंगारी भी कहते हैं ।
रंग : आमतौर पर काला और सफेद धब्बेदार
दूध उपज : 636 से 1320 किग्रा (प्रति स्तनपान)
वज़न : नर – 590 किग्रा, मादा – 295 किग्रा
10 राठी गाय (Rathi Cow)
इसका नाम राजस्थान की राठ जनजाति (Rath tribe) के नाम पर रखा गया है । अधिक दूध देने के लिए पशुपालकों की पसंद यह गाय गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में ज्यादा पाई जाती है।
रंग : भूरा व सफेद या काले व सफेद रंगों का मिश्रण
दूध की उपज : 8-12 लीटर प्रतिदिन
वजन : नर – 350-350 किग्रा, मादा – 280 – 300 किग्रा
इन Top 10 best desi cow breed in India के अलावा भारतीय मूल की कई अन्य देसी गाय (Desi Gaay) पशुपालकों के बीच लोकप्रिय हैं लेकिन ज्यादा दूध उत्पादन वाली देसी गायें (High Milk Producing Desi Cow) उपरोक्त ही हैं ।
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